जाने कैसे ख़ुद को कवि, लेखक, शायर है मानते, पर जरा और ज़रा में फर्क़ तक नहीं जानते। [1] कैसे पढ़ लेते हैं ख़ुद की तारीफ़ में क़सीदा, जो किसी की काबिलियत नहीं पहचानते। [2] जाने कैसे, जाने कैसे #kumaarsthought #maa माँ बाप #kumaaraisahihai #क्यों #? फर्क़ जरूर होना चाहिए जो समझे इनको मुझे जरूर बताना