Nojoto: Largest Storytelling Platform

ये ही प्रेम है...⊙ प्रेम कभी भी किसी से भी हो सक

ये ही प्रेम है...⊙ 

प्रेम कभी भी किसी से भी हो सकता है...
जानवर...
इंसान...
वस्तु...
स्थान...
उपकरण...
या किसी भी संगीत से लेकर... वाध...
किसी से भी...
ब्रह्माण्ड में ऐसी कोई शै नहीं...
जिससे प्रेम न हो सके...
पर ये समय निर्धारित करता है...
कि ये प्रेम_शाश्वत है या...
केवल मोह...
आक्रषण हमें खिंचता है...
आक्रषण में हुआ प्रेम...
कुछ समय में बाद...
भुलने लगते हैं हम...
कमज़ोर करने लगता है ये हमें...
किन्तु प्रेम जिसे हम साधना की तरह मानते हैं...
वो हमें शक्तिशाली बनाता है...
विरह के क्षणों लड़ने के लिए...
मैं लड़ रहा हूँ...
आप भी #लड़ना_सिख_जाएँ...
समय रहते किए गये निर्णय मन के होते हैं...
और समय देकर किए गये निर्णय...
केवल मस्तिष्क के...
जो कि कठिन और दुखदायी_सिद्ध_होते_हैं ॥

©purvarth #प्रेम✍️♥️🧔🏻
ये ही प्रेम है...⊙ 

प्रेम कभी भी किसी से भी हो सकता है...
जानवर...
इंसान...
वस्तु...
स्थान...
उपकरण...
या किसी भी संगीत से लेकर... वाध...
किसी से भी...
ब्रह्माण्ड में ऐसी कोई शै नहीं...
जिससे प्रेम न हो सके...
पर ये समय निर्धारित करता है...
कि ये प्रेम_शाश्वत है या...
केवल मोह...
आक्रषण हमें खिंचता है...
आक्रषण में हुआ प्रेम...
कुछ समय में बाद...
भुलने लगते हैं हम...
कमज़ोर करने लगता है ये हमें...
किन्तु प्रेम जिसे हम साधना की तरह मानते हैं...
वो हमें शक्तिशाली बनाता है...
विरह के क्षणों लड़ने के लिए...
मैं लड़ रहा हूँ...
आप भी #लड़ना_सिख_जाएँ...
समय रहते किए गये निर्णय मन के होते हैं...
और समय देकर किए गये निर्णय...
केवल मस्तिष्क के...
जो कि कठिन और दुखदायी_सिद्ध_होते_हैं ॥

©purvarth #प्रेम✍️♥️🧔🏻