दिल मे मोहब्बत की जगह ये नफरते लश्कर क्यों है, कलम की जगह देखो तो आज हाथ मे पत्थर क्यों हैं, मुझे बता दे कोई की कहाँ गया वो कृष्ण का प्रेम, राम के नाम पर रावण का ये हलचल क्यों है, जहाँ जन्म हुआ कृष्णा का जहाँ मां राधा हुई, पर मीरा के प्रेम प्याले में आज भी विष क्यों हैं, पर मैं प्रेम का आदि हूँ हां मैं भारत वासी हूँ, मुझमे कश्मीर कभी केरल तो मैं ही तो झांसी हूँ, मुझमे गीता मुझमे कुरान मुझमे गुरु ग्रंथ का सम्मान हैं, कहो कि मेरे भारत के आज कोई इंसान बचा इंसान है, ~देवराज सिंह राठौर #devraj #devrajsingh #devvani #caa #cab #nrc #amu #jmiu #india