काँच सा दिल मेरा नाजुक- सा दिल तेरे हवाले कर बैठी, मैं तूमसे बेइम्तहां मोहब्बत कर बैठी, तुम तो शतरंज के जाबाज खिलाड़ी निकले कर के हजार टुकडे मेरे दिल के किसी और की माँग सजाने निकले ..... sk....... 😐😐😑😑😑 नाजुक सा-दिल ............😣😣😣😣😣😢😢😢😢