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युवाओं को होना होगा जागरूक तभी सफल होगा थल सेना द

युवाओं को होना होगा जागरूक 
तभी सफल होगा थल सेना दिवस
🇮🇳🇮🇳


अनुशीर्षक पढ़ें...... ✨भारतीय थल सेना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं✨

भारत का प्रत्येक नागरिक इच्छा रखता है कि इस देश के प्रत्येक युवा उचित मार्ग पर चलें।
किंतु भारत में अधिकतर जघन्य अपराध युवाओं द्वारा एवं नाबालिगों द्वारा किए जा रहे हैं।
भारत की अधिकतर युवा जनसंख्या के मस्तिष्क में जातिवाद, स्थान वाद पुरुषवाद एवं स्त्रीवाद का समावेश हो रहा है।
उसके भीतर मानवीय मूल्यों का अत्यंत अभाव पाया जा रहा है ,
वह नहीं सोच रहा कि अगर आज का समाज अगर सिर्फ इन वाद विवादों में ही फंस कर रह गया तो इस देश के निर्माण में जो बलिदान इस भारत भूमि ने देखे हैं ,
जिन आदर्शों को हम केवल उनकी जन्मतिथि अथवा पुण्यतिथि में ही नमन करते हैं उनकी आत्मा  क्या शांति को प्राप्त कर रही होगी जब वह देख रही होगी कि सीमा पर तो....
युवाओं को होना होगा जागरूक 
तभी सफल होगा थल सेना दिवस
🇮🇳🇮🇳


अनुशीर्षक पढ़ें...... ✨भारतीय थल सेना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं✨

भारत का प्रत्येक नागरिक इच्छा रखता है कि इस देश के प्रत्येक युवा उचित मार्ग पर चलें।
किंतु भारत में अधिकतर जघन्य अपराध युवाओं द्वारा एवं नाबालिगों द्वारा किए जा रहे हैं।
भारत की अधिकतर युवा जनसंख्या के मस्तिष्क में जातिवाद, स्थान वाद पुरुषवाद एवं स्त्रीवाद का समावेश हो रहा है।
उसके भीतर मानवीय मूल्यों का अत्यंत अभाव पाया जा रहा है ,
वह नहीं सोच रहा कि अगर आज का समाज अगर सिर्फ इन वाद विवादों में ही फंस कर रह गया तो इस देश के निर्माण में जो बलिदान इस भारत भूमि ने देखे हैं ,
जिन आदर्शों को हम केवल उनकी जन्मतिथि अथवा पुण्यतिथि में ही नमन करते हैं उनकी आत्मा  क्या शांति को प्राप्त कर रही होगी जब वह देख रही होगी कि सीमा पर तो....

✨भारतीय थल सेना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं✨ भारत का प्रत्येक नागरिक इच्छा रखता है कि इस देश के प्रत्येक युवा उचित मार्ग पर चलें। किंतु भारत में अधिकतर जघन्य अपराध युवाओं द्वारा एवं नाबालिगों द्वारा किए जा रहे हैं। भारत की अधिकतर युवा जनसंख्या के मस्तिष्क में जातिवाद, स्थान वाद पुरुषवाद एवं स्त्रीवाद का समावेश हो रहा है। उसके भीतर मानवीय मूल्यों का अत्यंत अभाव पाया जा रहा है , वह नहीं सोच रहा कि अगर आज का समाज अगर सिर्फ इन वाद विवादों में ही फंस कर रह गया तो इस देश के निर्माण में जो बलिदान इस भारत भूमि ने देखे हैं , जिन आदर्शों को हम केवल उनकी जन्मतिथि अथवा पुण्यतिथि में ही नमन करते हैं उनकी आत्मा क्या शांति को प्राप्त कर रही होगी जब वह देख रही होगी कि सीमा पर तो....