मुर्दा और इंसान ============= इंसान खड़ा है मुर्दा खड़ा नहीं हो पा रहा है बहुत कोशिश की उसे खड़ा करने की क्योंकि उसमें जान नहीं है वह मर चुका है इंसान तो खड़ा भी हो सकता है और बहुत सारे शारीरिक मानसिक काम कर सकता है फिर क्यों भीख मांगता है सड़कों में बाजार में छक्का हुआ तो क्या हुआ आधा मर तो है फिर क्यों ताली बजा बजा कर अरे तुम्हारे दो हाथ है दो आंखें हैं संसार को देखने के लिए दिमाग है दौड़ आने के लिए फिर क्यों निकम्मे घर बैठे हो कोई काम धंधा नहीं करते क्यों जहां में अपना नाम नहीं करते एक दिन तो तुम भी मुर्दा बन जाओगे मरने से पहले धन कमाकर अपने माता पिता बीवी बच्चों के नाम कर जाओ उन पर कितना उपकार होगा फिर काम करो किसी के आगे हाथ मत जोड़ो फिर पूजा-पाठ पर ही डिपेंड मत रहो भगवान भी उसी की हेल्प करता है जो कर्मठ होता है दयालु हों,तो मुर्दे से इंसान बन जाओ अपने हाथों का कमाओ और खाओ और सब को अपने आप पर गर्व होने का मौका दो! ©POOJA UDESHI #murda #Insaan मुर्दा और इंसान ✌️🙏