कुछ तो हुआ ज़रूर हैं जो बदला है वो मौसम तो नहीं था फिर क्यों बदला है वो ज़रुर ठोकर लगी हैं किसी अपने से इसी लिए मौसम की तरह अपनी फितरत बदला है वो baibhav_mishra✍ #my_word