हजारों साल पहले नासरत में, गेब्रियल स्वर्गदूत ने मरियम को दर्शन दिया, बोला तू पवित्र आत्मा से गर्भवती होगी, एवं एक दिव्य बालक को जनेगी। उसी समय से 25 दिसंबर को ईसाई समुदाय, ये त्यौहार बड़ा दिन मनाते हैं, नये कपड़ों में सजकर गिरजाघर जाते एवं लौटकर, मिठाईयाँ केक खाते हैं। प्रभु यीशु ने लोगों को राह दिखाई, निर्दोष होकर भी हमारे लिए सजा पाई, उन्हें काँटो का ताज पहनाया गया, उन्चालीस कोड़े भी बेरहमी से मारे गए। रोम के क्रूर शासक पिलातूस, जो अपने धर्म गुरुओं के बहकावे में आ गया, 19 अप्रैल दिन शुक्रवार को यीशु को, यातनाएँ देकर सूली पर चढ़ाया गया। विपुल प्रतियोगिता की समय सीमा आज सायं 7:00 बजे तक है आपको आपकी रचना लिखने के बाद कमेंट में डन लिखना आवश्यक है मर्यादित शब्दों का प्रयोग करें टेस्टिमोनियल दिए जाएंगे #YourQuoteAndMine Collaborating with Kavya Abhinandan