आज कोरा कागज़ लिए बैठा हूँ इस सोच में, क्या लिखूं? क्या लिखूं इसमें उन दोस्तों के नाम जिनके साथ गुज़ारी है ना जाने कितनी ही रातें आसमान को एकटक निहारते हुए सीधे ना चल पाने की हालात में संभालते हुए या लिखूं इसमें उन दोस्तों के नाम जिनके साथ गुज़ारी है रातें राजनीती और साहित्य बतियाते हुए चाय पे समाज बदलने की चर्चा करते हुए या लिखूं इसमें उन दोस्तों के नाम जिनके साथ गुज़ारे है दिन बेंच पे पीछे बैठ भूतों की आवाज़ निकालते हुए सुबह 5 बजे पहली बैटिंग के लिए झगड़ते हुए तो अंत में लिख रहा हूँ बस उन सब दोस्तों के नाम जो आये, गए और रुके है मेरी इस बेरूख जिंदगी में। #weather #friends #love #poetry #famous