किसी ने कहा आज रोज़ डे था आज तूने भी उसे क्या दिया था..! पहले मुस्कुराया फ़िर कहा काम देख रोजगार पर ध्यान दें,उसे हैसियत से काम था..! तेरे इक़ दिन के गुलाब से मुहब्बत नहीं दौलत कमा तु खूब,उसे तेरे पैसे से काम था..! लड़कियां किसी गुलाब की मोहताज नहीं उन्हें तेरी मुहब्बत से अधिक दौलत से प्यार था..!! ©Shreyansh Gaurav #roseday 'दर्द भरी शायरी' दोस्ती शायरी शेरो शायरी '15 अगस्त पर शायरी' लव शायरी