हो खफा या नाराज हो मुझसे ऐ जिंदगी, इतनी रहमत करना गर गलती से भी आए आंखों में आंसु मेरे मां बाप के कभी उसी दिन खत्म कर देना ये पहचान-ए- दुनिया मेरी #दुवा