Nojoto: Largest Storytelling Platform

किसी गाँव में करण नाम का एक हलवाई रहता था, वह बहुत

किसी गाँव में करण नाम का एक हलवाई रहता था, वह बहुत ही मेहनती और ईमानदार व्यक्ति था, उसके हाथ से बनाये समोसे कचोरी काफी स्वादिष्ट होते थे, जिस कारण से दूर दूर से लोग उसे अपने यहा कोई शादी समारोह होने पर समोसे कचोरी बनाने के लिए बुलाते थे,एकबार की बात है, उसके पास के गाँव के जमीदार के यहा शादी का समारोह था, जिसमे समोसे कचोरी बनाने के लिए करण को बुलाया गया था, फिर करण उस गाँव में जाकर जमीदार के यहा समोसे कचोरी आदि सब अच्छे से बना देता है, जिसके बाद उस जमीदार ने उसके काम के बदले पैसे और ढेर सारे घर पर खाने के लिए मिठाई दिए,जिसे करण एक बैग में भरकर अपने गाँव को वापस जाने लगा था, जो की उसके गाँव का रास्ता एक सुनशान जंगल से होकर गुजरता था, जंगल काफी घना था, और शाम भी हो गयी थी, फिर धीरे धीरे करण उस जंगल के रास्ते से जा रहा था, की अचानक से उसके सामने एक डायन प्रकट हुई, जिसे देखकर करण बहुत ही डर गया,

 

और फिर डर के मारे उस डायन के सामने रुक गया, फिर इतने में डायन खूब जोर से हसते हुए बोली “ अच्छा हुआ इन्सान जो तू आ गया, मै कितने दिन से भूखी थी, अब तुम मेरा भोजन बनेगा”फिर डरते हुए करण डायन से बोला “ अगर आप मुझे खा लोगी, तो फिर मै कभी भी वापस अपने गाँव नही जा सकुगा, जिसके कारण लोग इस जंगल में आने से डरने लगेगे, फिर लोग नही आयेगे तो फिर आपको हमेसा भूखा ही रहना पड़ेगा, इसके बदले अगर कुछ और भी खाने को चाहिए तो दे सकता हूं,”करण की यह बात सुनकर डायन बोली फिर और क्या दे सकता है खाने में, जिससे मेरी भूख मिट जाए, तो फिर करण ने कहा “उसके बैग में ढेर सारे स्वादिष्ट मिठाई और पकवान है, अगर उसे खाएगी तो निश्चित ही उसकी भूख मिट जाएगी,तो करण की यह बात सुनकर डायन बोली ठीक है जल्दी से वह मिठाई उसे दे, इसके बाद करण ने अपना बैग खोलकर वह सारे मिठाई उस भूखी डायन को दे दिया, फिर उन स्वादिष्ट मिठाई को खाकर डायन बोली “तुम्हारे मिठाई बहुत ही स्वादिष्ट है, मुझे बहुत ही अच्छे लगे, इसलिए तुम्हे जिंदा छोडती हु, लेकिन एक शर्त है मुझे फिर से इन मिठाई को आगे भी खिलाना पड़ेगा”

 

तो करण बोला मैं बहुत ही गरीब हु इसको बनाने के लिए बहुत सारे पैसे चाहिए, फिर वह इतने सारे पैसे कहा से लेकर आएगा, जिससे वह मिठाई बना सके.करण की यह बात सुनकर डायन बोली रुको मै तुम्हे चंदन की लकड़ी देती हु, तुम इन्हें बेचकर इन पैसो से मिठाई के समान खरीदकर मिठाई बना लेना,

 

इसके बाद वह डायन अपने उस चंदन के पेड़ की कुछ लकड़ीया काटकर लेकर आ गयी, जिसे देखकर करण दंग रह गया, और फिर उस डायन से मिठाई लाने का वादा करके वापस अपने घर चला गया, इस तरह करण अपने दिमाग से अपनी जान बचा लिया, और यह सारी बाते अपनी मां को बता दिया,

 

जिसके बाद उसकी मां ने उस जंगल में दोबारा जाने के लिए मना कर दिया, इस तरह उन मिले चंदन की लकड़ियों को बेचकर दोनों अपना खुशहाल जीवन व्यतीत करने लगे.

 

लेकिन करण और उसकी मां की बातो को उसके पड़ोसी ने सुन लिया था, और फिर उस पड़ोसी ने चंदन की लकड़ियोंऔर डायन वाली बात अपनी पत्नी को बता दिया, उस पड़ोसी की पत्नी बहुत ही लालची और लोभी स्वाभाव की थी, और बोली ठीक है आप भी उस जंगल में मिठाई लेकर जाना और उस डायन से उसके बदले चंदन की लकड़ी लेआना, फिर डरते डरते वह पड़ोसी उस जंगल में जाने को तैयार हो गयाफिर अगले दिन वह पड़ोसी ढेर सारी मिठाई लेकर उस जंगल में पहुच गया, जहा उसकी मुलाकात उस डायन से हो गयी, तो अपनी जान के बदले में उसने मिठाई को दे दिया, फिर उसके बदले उस डायन ने अपने चंदन के पेड़ की लकड़ियों तोड़कर उस पड़ोसी की दे दिया.

 

फिर चंदन की लकड़ियां पाकर पड़ोसी काफी खुश हुआ , जिसे देखकर पड़ोसी की लालची पत्नी बोली फिर से आप वहा जंगल में जाना और एक ही बार में उस डायन का चंदन का पेड़ काटकर ले आना.

 

अपनी पत्नी के कहे अनुसार पड़ोसी ने ठीक वैसा ही किया, लेकिन पेड़ को काटते देखकर डायन बहुत ही क्रोधित हुई और फिर उसने उस पड़ोसी का वही अंत कर दिया. इस प्रकार उस पड़ोसी को अपनी लालची पत्नी के चलते जान गवानी पड़ी.  यह कहानी है राजस्थान में स्थित करण की है | करण नाम का गांव में बहुत गरीब आदमी रहा करता था जिसकी एक पत्नी और 10साल का एक  छोटा बेटा था | दुर्भाग्यपूर्ण, तबियत ख़राब होने की वजह से उसके बेटे की मौत हो जाती है

 

वह लड़का उन दोनों का इकलौता बेटा था जिसकी मौत से उन्हें बहुत ठेस पहुँचती है | करण और उसकी पत्नी बेटे की लाश को देखकर बहुत ज्यादा दुखी थे | पर आखिरकार बेटे की लाश को एक गांव के बाहर शमशान मेंदफना दिया गया ।

 

उसी गांव में एक तांत्रिक छुपकर रहता था पर उसके होने का पता पूरे गांव वालों को नहीं था | और वह तांत्रिक अभी जादू टोना सीख रहा था यानी वह भी तंत्र मंत्र सीखने की अपनी विद्या को बढ़ा रहा था ताकि वह कई प्रकार की जादू कर सके ।

 

लगभग उसकी तंत्र मंत्र की विद्या पूरी होने ही वाली थी केवल एक अंतिम पड़ाव बाकी था जिसमें उसको ऐसी शक्ति मिलने वाली थी जिससे वह तांत्रिक किसी के भी प्राण किसी दूसरे इंसान के मृत शरीर में डाल सकें या अपनी शक्ति द्वारा किसी मृत इन्सान को जिंदा कर सके और उसे अपने इशारे पर कुछ भी करा सकें |

 

अगर वो अपने शक्ति से किसी भी मुर्दे को जीवित कर दे और फिर अपनी शक्ति से उसके प्राणों को फिर बाहर निकाल दे तो उसकी तंत्र साधना पूरी हो जायेगी और वो सबसे शक्तिशाली तांत्रिक बन जाएगा |

 

पर इस आखरी तंत्र क्रिया को पूरा करने के लिए उसे एक मुर्दा लाश की जरूरत थी तो आखिरकार उस तांत्रिक को इस बात का पता चल गया कि एक छोटे लड़के की मौत हुई है और उसकी लाश को पास के शमशान मेंदफना दिया गया है ।

 

अब वह बस रात का अंधेरा होने का इंतजार कर रहा था | जैसे ही रात हुयी वो शमशान में गया और उसने नीचे खुदाई करना चालू कर दिया और फिर उस लड़के की लाश को बाहर निकाल दिया ।

 

उस लड़के का शरीर में बहुत ज्यादा मिट्टी लगी थी तो सबसे पहले उस तांत्रिक ने मृत लड़के के शरीर को पानी से नहलाकर साफ़ किया और पेड़ के सहारे बिल्कुल सीधा बैठा दिया | और अपने सारे तंत्र मंत्र का सामान उस मुर्दे लड़के के शरीर के आस पास रख दिया |

 

फिर वह कुछ दिये और अगरबत्ती जलाकर उस मुर्दे लड़के के शरीर के आस-पास रख देता है और फिर अपना जादू टोना तंत्र मन्त्र की क्रिया को चालू करता है | अगर वह इस तंत्र मंत्र की विद्या को बिल्कुल सही ढंग से पूरा कर लेता है और उस मुर्दे शरीर में कुछ समय के लिए प्राण डाल देता है तो उसका पूरा जादू टोना पूरा हो जाएगा और फिर वह सफलतापूर्वक शक्तिशाली तांत्रिक बन जायेगा |इस तंत्र मंत्र को करने के बाद उस तांत्रिक का प्लान था कि वह इस मुर्दे लड़के में प्राण डाल कर फिर से उसके प्राण निकाल दे और उस मुर्दे लड़के को जहां पर पहले था वही पर दफना दे ।

 

अब उसने अपनी तंत्र मंत्र की क्रिया को चालू कर दिया | हर तरफ रात की वजह से बहुत अंधेरा था तभी दूर से गांव के ही तीन लड़के दूसरे गांव से पार्टी मनाकर आ रहे थे । तभी उनकी नजर शमशान के पास कुछ चमकते हुए चीज पर पड़ी रात काअंधेरा होने की वजह से उन तीनो को रोशनी साफ साफ दिख रही थी आख़िरकार वो क्या चीज चमक रही है ये देखने के लिए वे तीनो थोड़ा आगे गए । अब वह तीनो एक पीपल के पेड़ के पीछे छुपकर खड़े होकर सारा नजारा देख रहे थे वह समझ गए थे कि एक तांत्रिक है जो कुछ तंत्र मन्त्र कर रहा है और उसके सामने एक मुर्दे लड़के की लाश है |

 

तभी उन्होंने ऐसा देखा जिसको देखकर वह तीनो दंग रह गए उन्होंने देखा कि तांत्रिक ने अपनी शक्तियों से कुछ ही देर में उस लड़के के शरीर को जिंदा कर दिया जो शरीर बहुत देर से मारा पड़ा था और अब हिल डुल रहा है

 

साथ ही उन्होंने देखा की अब वह लड़का अपनी आंखें भी खोल चुका था | तांत्रिक की शक्ति का नजारा देखकर तीनो हैरान और डर गए थे । उन तीनो को समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या करें | तांत्रिक ने अपना तंत्र मंत्र लगभग सफलतापूर्वक पूरा कर लिया था और खुशी के मारे लड़के के आसपास नाचने लगा था|तभी तीनो लडको में से एक लड़का भागते हुए गांव के अंदर गया और उसने जोर से हल्ला करना शुरू कर दिया ताकि सभी लोग बाहर आये उस लड़के ने गांव वालों को सारी बात बताई गांव वाले लाठी, डंडा, तलवार लेकर शमशान की ओर भागने लगे ।

 

वहां जाते ही गांव वालो ने तांत्रिक को मारना शुरू कर दिया उसके जितने भी जादू टोने के समान थे सबको तोड़ना फोड़ना शुरु कर दिया | लेकिन अभी भी उस तांत्रिक का तंत्र मंत्र पूरा नहीं हुआ था क्योंकि अभी भी उसको लड़के में से उसके प्राण को वापस निकालना था | जो संभव नहीं हो पाया |

 

सारे गांव वाले उस लड़के को देखकर भी हैरान थे | सबने फैसला किया कि उस तांत्रिक को मार दिया जाएगा पर उस लड़के के माता-पिता ने यह करने से रोक दिया ।

 

फिर उसने कहा कि इसने मेरे बेटे के अंदर फिर से प्राण डाले है इसीलिए इसको कोई कुछ नहीं करेगा | और उसको यह भी बोला कि अब से कभी भी इस गांव के अंदर वापस नहीं दिखना अब तुम ये गांव छोड़कर चले जाओ उसके बाद वो तांत्रिक गांव से चला गया इतनी थी कहानी ।

©Rakesh bhutiya kahani
किसी गाँव में करण नाम का एक हलवाई रहता था, वह बहुत ही मेहनती और ईमानदार व्यक्ति था, उसके हाथ से बनाये समोसे कचोरी काफी स्वादिष्ट होते थे, जिस कारण से दूर दूर से लोग उसे अपने यहा कोई शादी समारोह होने पर समोसे कचोरी बनाने के लिए बुलाते थे,एकबार की बात है, उसके पास के गाँव के जमीदार के यहा शादी का समारोह था, जिसमे समोसे कचोरी बनाने के लिए करण को बुलाया गया था, फिर करण उस गाँव में जाकर जमीदार के यहा समोसे कचोरी आदि सब अच्छे से बना देता है, जिसके बाद उस जमीदार ने उसके काम के बदले पैसे और ढेर सारे घर पर खाने के लिए मिठाई दिए,जिसे करण एक बैग में भरकर अपने गाँव को वापस जाने लगा था, जो की उसके गाँव का रास्ता एक सुनशान जंगल से होकर गुजरता था, जंगल काफी घना था, और शाम भी हो गयी थी, फिर धीरे धीरे करण उस जंगल के रास्ते से जा रहा था, की अचानक से उसके सामने एक डायन प्रकट हुई, जिसे देखकर करण बहुत ही डर गया,

 

और फिर डर के मारे उस डायन के सामने रुक गया, फिर इतने में डायन खूब जोर से हसते हुए बोली “ अच्छा हुआ इन्सान जो तू आ गया, मै कितने दिन से भूखी थी, अब तुम मेरा भोजन बनेगा”फिर डरते हुए करण डायन से बोला “ अगर आप मुझे खा लोगी, तो फिर मै कभी भी वापस अपने गाँव नही जा सकुगा, जिसके कारण लोग इस जंगल में आने से डरने लगेगे, फिर लोग नही आयेगे तो फिर आपको हमेसा भूखा ही रहना पड़ेगा, इसके बदले अगर कुछ और भी खाने को चाहिए तो दे सकता हूं,”करण की यह बात सुनकर डायन बोली फिर और क्या दे सकता है खाने में, जिससे मेरी भूख मिट जाए, तो फिर करण ने कहा “उसके बैग में ढेर सारे स्वादिष्ट मिठाई और पकवान है, अगर उसे खाएगी तो निश्चित ही उसकी भूख मिट जाएगी,तो करण की यह बात सुनकर डायन बोली ठीक है जल्दी से वह मिठाई उसे दे, इसके बाद करण ने अपना बैग खोलकर वह सारे मिठाई उस भूखी डायन को दे दिया, फिर उन स्वादिष्ट मिठाई को खाकर डायन बोली “तुम्हारे मिठाई बहुत ही स्वादिष्ट है, मुझे बहुत ही अच्छे लगे, इसलिए तुम्हे जिंदा छोडती हु, लेकिन एक शर्त है मुझे फिर से इन मिठाई को आगे भी खिलाना पड़ेगा”

 

तो करण बोला मैं बहुत ही गरीब हु इसको बनाने के लिए बहुत सारे पैसे चाहिए, फिर वह इतने सारे पैसे कहा से लेकर आएगा, जिससे वह मिठाई बना सके.करण की यह बात सुनकर डायन बोली रुको मै तुम्हे चंदन की लकड़ी देती हु, तुम इन्हें बेचकर इन पैसो से मिठाई के समान खरीदकर मिठाई बना लेना,

 

इसके बाद वह डायन अपने उस चंदन के पेड़ की कुछ लकड़ीया काटकर लेकर आ गयी, जिसे देखकर करण दंग रह गया, और फिर उस डायन से मिठाई लाने का वादा करके वापस अपने घर चला गया, इस तरह करण अपने दिमाग से अपनी जान बचा लिया, और यह सारी बाते अपनी मां को बता दिया,

 

जिसके बाद उसकी मां ने उस जंगल में दोबारा जाने के लिए मना कर दिया, इस तरह उन मिले चंदन की लकड़ियों को बेचकर दोनों अपना खुशहाल जीवन व्यतीत करने लगे.

 

लेकिन करण और उसकी मां की बातो को उसके पड़ोसी ने सुन लिया था, और फिर उस पड़ोसी ने चंदन की लकड़ियोंऔर डायन वाली बात अपनी पत्नी को बता दिया, उस पड़ोसी की पत्नी बहुत ही लालची और लोभी स्वाभाव की थी, और बोली ठीक है आप भी उस जंगल में मिठाई लेकर जाना और उस डायन से उसके बदले चंदन की लकड़ी लेआना, फिर डरते डरते वह पड़ोसी उस जंगल में जाने को तैयार हो गयाफिर अगले दिन वह पड़ोसी ढेर सारी मिठाई लेकर उस जंगल में पहुच गया, जहा उसकी मुलाकात उस डायन से हो गयी, तो अपनी जान के बदले में उसने मिठाई को दे दिया, फिर उसके बदले उस डायन ने अपने चंदन के पेड़ की लकड़ियों तोड़कर उस पड़ोसी की दे दिया.

 

फिर चंदन की लकड़ियां पाकर पड़ोसी काफी खुश हुआ , जिसे देखकर पड़ोसी की लालची पत्नी बोली फिर से आप वहा जंगल में जाना और एक ही बार में उस डायन का चंदन का पेड़ काटकर ले आना.

 

अपनी पत्नी के कहे अनुसार पड़ोसी ने ठीक वैसा ही किया, लेकिन पेड़ को काटते देखकर डायन बहुत ही क्रोधित हुई और फिर उसने उस पड़ोसी का वही अंत कर दिया. इस प्रकार उस पड़ोसी को अपनी लालची पत्नी के चलते जान गवानी पड़ी.  यह कहानी है राजस्थान में स्थित करण की है | करण नाम का गांव में बहुत गरीब आदमी रहा करता था जिसकी एक पत्नी और 10साल का एक  छोटा बेटा था | दुर्भाग्यपूर्ण, तबियत ख़राब होने की वजह से उसके बेटे की मौत हो जाती है

 

वह लड़का उन दोनों का इकलौता बेटा था जिसकी मौत से उन्हें बहुत ठेस पहुँचती है | करण और उसकी पत्नी बेटे की लाश को देखकर बहुत ज्यादा दुखी थे | पर आखिरकार बेटे की लाश को एक गांव के बाहर शमशान मेंदफना दिया गया ।

 

उसी गांव में एक तांत्रिक छुपकर रहता था पर उसके होने का पता पूरे गांव वालों को नहीं था | और वह तांत्रिक अभी जादू टोना सीख रहा था यानी वह भी तंत्र मंत्र सीखने की अपनी विद्या को बढ़ा रहा था ताकि वह कई प्रकार की जादू कर सके ।

 

लगभग उसकी तंत्र मंत्र की विद्या पूरी होने ही वाली थी केवल एक अंतिम पड़ाव बाकी था जिसमें उसको ऐसी शक्ति मिलने वाली थी जिससे वह तांत्रिक किसी के भी प्राण किसी दूसरे इंसान के मृत शरीर में डाल सकें या अपनी शक्ति द्वारा किसी मृत इन्सान को जिंदा कर सके और उसे अपने इशारे पर कुछ भी करा सकें |

 

अगर वो अपने शक्ति से किसी भी मुर्दे को जीवित कर दे और फिर अपनी शक्ति से उसके प्राणों को फिर बाहर निकाल दे तो उसकी तंत्र साधना पूरी हो जायेगी और वो सबसे शक्तिशाली तांत्रिक बन जाएगा |

 

पर इस आखरी तंत्र क्रिया को पूरा करने के लिए उसे एक मुर्दा लाश की जरूरत थी तो आखिरकार उस तांत्रिक को इस बात का पता चल गया कि एक छोटे लड़के की मौत हुई है और उसकी लाश को पास के शमशान मेंदफना दिया गया है ।

 

अब वह बस रात का अंधेरा होने का इंतजार कर रहा था | जैसे ही रात हुयी वो शमशान में गया और उसने नीचे खुदाई करना चालू कर दिया और फिर उस लड़के की लाश को बाहर निकाल दिया ।

 

उस लड़के का शरीर में बहुत ज्यादा मिट्टी लगी थी तो सबसे पहले उस तांत्रिक ने मृत लड़के के शरीर को पानी से नहलाकर साफ़ किया और पेड़ के सहारे बिल्कुल सीधा बैठा दिया | और अपने सारे तंत्र मंत्र का सामान उस मुर्दे लड़के के शरीर के आस पास रख दिया |

 

फिर वह कुछ दिये और अगरबत्ती जलाकर उस मुर्दे लड़के के शरीर के आस-पास रख देता है और फिर अपना जादू टोना तंत्र मन्त्र की क्रिया को चालू करता है | अगर वह इस तंत्र मंत्र की विद्या को बिल्कुल सही ढंग से पूरा कर लेता है और उस मुर्दे शरीर में कुछ समय के लिए प्राण डाल देता है तो उसका पूरा जादू टोना पूरा हो जाएगा और फिर वह सफलतापूर्वक शक्तिशाली तांत्रिक बन जायेगा |इस तंत्र मंत्र को करने के बाद उस तांत्रिक का प्लान था कि वह इस मुर्दे लड़के में प्राण डाल कर फिर से उसके प्राण निकाल दे और उस मुर्दे लड़के को जहां पर पहले था वही पर दफना दे ।

 

अब उसने अपनी तंत्र मंत्र की क्रिया को चालू कर दिया | हर तरफ रात की वजह से बहुत अंधेरा था तभी दूर से गांव के ही तीन लड़के दूसरे गांव से पार्टी मनाकर आ रहे थे । तभी उनकी नजर शमशान के पास कुछ चमकते हुए चीज पर पड़ी रात काअंधेरा होने की वजह से उन तीनो को रोशनी साफ साफ दिख रही थी आख़िरकार वो क्या चीज चमक रही है ये देखने के लिए वे तीनो थोड़ा आगे गए । अब वह तीनो एक पीपल के पेड़ के पीछे छुपकर खड़े होकर सारा नजारा देख रहे थे वह समझ गए थे कि एक तांत्रिक है जो कुछ तंत्र मन्त्र कर रहा है और उसके सामने एक मुर्दे लड़के की लाश है |

 

तभी उन्होंने ऐसा देखा जिसको देखकर वह तीनो दंग रह गए उन्होंने देखा कि तांत्रिक ने अपनी शक्तियों से कुछ ही देर में उस लड़के के शरीर को जिंदा कर दिया जो शरीर बहुत देर से मारा पड़ा था और अब हिल डुल रहा है

 

साथ ही उन्होंने देखा की अब वह लड़का अपनी आंखें भी खोल चुका था | तांत्रिक की शक्ति का नजारा देखकर तीनो हैरान और डर गए थे । उन तीनो को समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या करें | तांत्रिक ने अपना तंत्र मंत्र लगभग सफलतापूर्वक पूरा कर लिया था और खुशी के मारे लड़के के आसपास नाचने लगा था|तभी तीनो लडको में से एक लड़का भागते हुए गांव के अंदर गया और उसने जोर से हल्ला करना शुरू कर दिया ताकि सभी लोग बाहर आये उस लड़के ने गांव वालों को सारी बात बताई गांव वाले लाठी, डंडा, तलवार लेकर शमशान की ओर भागने लगे ।

 

वहां जाते ही गांव वालो ने तांत्रिक को मारना शुरू कर दिया उसके जितने भी जादू टोने के समान थे सबको तोड़ना फोड़ना शुरु कर दिया | लेकिन अभी भी उस तांत्रिक का तंत्र मंत्र पूरा नहीं हुआ था क्योंकि अभी भी उसको लड़के में से उसके प्राण को वापस निकालना था | जो संभव नहीं हो पाया |

 

सारे गांव वाले उस लड़के को देखकर भी हैरान थे | सबने फैसला किया कि उस तांत्रिक को मार दिया जाएगा पर उस लड़के के माता-पिता ने यह करने से रोक दिया ।

 

फिर उसने कहा कि इसने मेरे बेटे के अंदर फिर से प्राण डाले है इसीलिए इसको कोई कुछ नहीं करेगा | और उसको यह भी बोला कि अब से कभी भी इस गांव के अंदर वापस नहीं दिखना अब तुम ये गांव छोड़कर चले जाओ उसके बाद वो तांत्रिक गांव से चला गया इतनी थी कहानी ।

©Rakesh bhutiya kahani
rakesh5815628743436

Rakesh

New Creator