प्यास दिल की बुझाने कभी आया भी नहीं, कैसा बादल है जिसका कोई साया भी नहीं, बेरुख़ी इस से बड़ी और भला क्या होगी, एक मुद्दत से हमें उस ने सताया भी नहीं। ©SANAM.Raj #sweet friend,,, pppp pppp