कभी मिलो तो देखना तुम गौर से मेरी आंखों में तुमसे मिलने की तड़प तुमसे कुछ कहने की कसक और अंत में देखना मेरा इंतजार तुम्हारे लिए और फिर मिलना तुम मुझसे जब तुम पढ़ लो मेरी तन्हाई और मेरी खामोशी और मेरी उदासियो को वादा हैं हम तुम्हे अंत तक भाएंगे तुम पढ़ना कभी मेरी आंखों को..! ©DrGovinda Dhurve #कभी_मिलों_तो..