टुकड़ों में बटा हे मेरा दिल,अब इसे जोड़ना आसान नहीं, करू भी तो कैसे दूसरी महोब्बत,दूसरा दिल भी अब मेरे पास नही। ©Mahendrasinh(Mahi) दूसरी महोब्बत