मौसम की तरह तुम दिल धड़कता है तुझे देखूं तो, साँस भी मेरी रुकने लगती है प्यार इतना है मेरे दिलमे सनम, रूह भी मेरी खींच ने लगती है ! चैन मिलता है जब मे देखूं तुझे, वरना या साँस रुकने लगती है !!! _गोपाल_बाजग #मौसम_की_तरह