मै किसान हूं, हा थोडा परेशान हूं, सबके लिये अनाज बोता हूं मै, भूखे पेट सोता हूं मै, हा थोड़ा हैरान हूं, मै किसान हूं., सपने बच्चो के लिये संजोता हूं मै, सबका बोझ अपने कंधो पर ढोता हूं मै, हां खुशी क्या होती है थोड़ा अंजान हूं , मै किसान हु., धूप मे जलता हुआ, अपनी ख्वाहिशे कुचलता हुआ, दुनियादारी क्या होती है हा गुमनाम हु, मै किसान हु., जो देश को बचाते है होने से भूखमरी, जाने कितने किसानो की जिंदगी भूख से मरी, हा मै ही वो इंसान हूं, मै किसान हूं... Image source: google #किसान #farmers #life #pain #hindi #poetry #poem #yopowrimo #yqdidi #yqbaba