आसमाँ के काले कोट से तोड़कर, उस गोल सफ़ेद चमकदार चाँद को,,, पिरोकर अपनी ममता के रेशमी धागे में,,,, देखो मेरी माँ ने,,,,, कितना सुँदर बटन लगाया है,,, कॉलर पर।।।