# न तुम कुछ कह रही थी, न हम कह रहे थे मगर ढ़ल रहा था भास्कर धीरे-धीरे न तुम सो रही होगी, न हम सो रहे हैं मगर ढ़ल रही निशा धीरे-धीरे #shayari #quote #raat #gazal #Alone #memories