दिल भी टुटा हैं, ख्वाहिशें भी टुटी हैं, उसे पाने की हर इक उम्मीद हर आश टुटी हैं! आखिर कब तक पालते गलतफहमी दिल में, खुद को समझा लिया, उसकी हर बात झूठी हैं! जिन लबों पर होता था, कभी ज़िक्र उनका, आज उन्हीं लबों को जाम छुती हैं! यादें उनकी अब दर्द देने लगी हैं, दिल में मेरे मोहब्बते-जज़्बात चुभी हैं! अब जीया नहीं जाता और ना जान जाती हैं, जिंदगी भी खफा हैं और मौत रूठी हैं! #Dil #Tuta #Hai