White बाजार में हर चीज बिकाऊ है जरा बेचने जा कर तो देखिए झूठे रिश्ते बिकते है झूठे नेता बिकते है बेचने वाले तो चांद तारों भी बेच दे बिकता है कहीं दूल्हा तो कहीं दुल्हन बिकती है हर गली चौराहे पर कोई लड़की बिकती है बिकते है हर जज़्बात तो कहीं दोस्त भी बिकते है प्यार बिकता है हर रोज तो रोज जिस्म बिकते है कहीं खुशबू बिकती है तो कहीं बिकती है ममता विश्वास बिकता है तो बिकता है कोई ख्वाब रोज कुछ ना कुछ बिकता है हम सब ही खरीदार है ये बाजार है जनाब यहां सब बिकता है पैसा साबुन है सारे दाग धो देता है ©पूर्वार्थ #पैसाहीसबकुछहोताहैं