मेरे मोहल्ले की कहानी मोहल्ले से गुजरे जमाने हुए है वो सारे सपने सिरहाने हुए है देखती होगी खिड़की से अब तक कितने आशिक़ दीवाने हुए है खिड़की पे टिकी नज़रो का ज़माना उस ज़माने को गुज़रे ज़माने हुए है मोहब्बत के रहो चलते हुए 'अंकित' जाने कितने मैखाने हुए है। #NojotoQuote मोहब्बत के राहो चलते हुए 'अंकित' , जाने कितने मैखाने हुए है #nojoto #gaon #savan #mausam #pehlimohabbt #gazal