फकत आंसू लोग समझते हैं फकत आंसू हूँ मैं यानी जब चाहो बहाकर चल दो हम हैं कैद अब भी तुम्हारे प्यार में आजाद तुम हो हाथ छुड़ाकर चल दो मन भर गया मुझसे इतनी जल्दी यानी अंगूठी मेरी और को पहनाकर चल दो दुःख तो ये है हुआ नही होना पड़ा भाई यानी मर चुका हूं जाओ जलाकर चल दो राख तो वैसे भी खाक होता है मैं अब क्या करूँगा जाओ सारी यादें जेहन से अपने मिटाकर चल दो लोग समझते हैं फकत आंसू हुँ मैं यानी जब चाहो बहाकर चल दो VBRaushan #gajal #shayri #alonesoul