ऊँचा आसमान सा रख हौसला हमेशा बुलंद करके ना रख कभी भी अपनी आँखों को तूँ बन्द करके, सारे जगत पर एक जैसी निगाह करके उपर लेटा है अपने अन्दर बहकते हुए बादलों को उसने समेटा है, ये उमड़ता - घुमड़ता बादल आसमान तक ही जाऐंगे ये बहुत ही तिलमिलायेंगे पर कुछ भी कर नहीं पायेंगे, इनकी सारी गरमी आसमान को छूकर ठंढा हो जाएगा पुनः नम आँखों से वर्षा रूप में जमीन पर आ जाएगा, Challenge-120 #collabwithकोराकाग़ज़ 8 पंक्तियों में अपनी रचना लिखिए :) #ऊँचाआसमान #कोराकाग़ज़ #yqdidi #yqbaba YourQuote Didi YourQuote Baba Aरिफ़ Aल्व़ी #YourQuoteAndMine Collaborating with कोरा काग़ज़ ™️