भूला नहीं सकेंगे हम तुम्हारी इस शहादत को, भूले नहीं हैं तिरंगे से लिपटने की तेरी आदत को। नमी है मगर छलकती नहीं आज इन आंखों से, कभी देखा नहीं हमने मिट्टी की ऐसी इबादत को। फूलों के लाने का तरीका नहीं बदला आज भी हमारा, जब होते थे और आज भी हैं खड़े तुम्हारे स्वागत को। बड़े नसीबों से मिलती है इक वक़्त में दो मांओं की ममता, उनकी दुआएं ही बनाती हैं कवच तुम्हारी हिफाज़त को। पिता की जल कर राख अभी ठंडी भी नहीं हुई, और बेटा मांग रहा है वहीं जाने की इजाजत को। @K_a_a_v_i_s_h सीमा पर जब भी कोई जवान शहीद होता है तो हमारा कलेजा छलनी हो जाता है। समझ में नहीं आता कि किस मुँह से अपने प्रिय जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करें। मीडिया जिस प्रकार से हमारे शहीदों की ख़बर को टी आर पी बना कर पेश करती है उससे मन बहुत खिन्न होता है। एक ग़ुस्सा सा भर जाता है मन में। ऐसे में कुछ समय उपरांत ही कुछ लिखना सोहाता है। नमन सब शहीदों को। आप हमेशा हमारे हृदय में बसते रहेंगे। #गलवानघाटी #श्रद्धांजलि #जवान #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi