"मेरी उजरी दुनियाँ को तू आबाद न कर, बीते लम्हों को तू फिर से याद न कर, एक कैद परिंदे का हैं तुमसे यही कहना..., मैं भूल चूका हूँ उडना मुझे फिर से आज़ाद न कर." #new#trending#wow#shayri#funnya#indian#bharat#yadavdeepakyogi#poetry#poet