देखत देखत रोये है। रोवत रोवत सोये है। दुनिया पूरी पागल है। जो पावत सो खोये है।। सब मालिक की मर्ज़ी है। तू सर पर क्यों ढोये है। मिलन जुदाई जीवन मृत्यु। वो चाहे सो होए है।। अपनी हालात आप कहूँ, किसके आगे संताप गहूँ। जीते जी तो हाल न पूछ्यो। मरने पे सांसे टोये है।। निर्भय चौहान ©nirbhay chauhan #Nojoto #nojotoLove #nojotohindi #Poetry #Love #writer #nirbhay #chhoteshaharkaaashiq #peace