दरिया किनारे, रेत पर महज़ एक लकीर बनकर हम थे आये, तेरे शहर में मुहब्बत के फ़कीर बनकर ♥️ Challenge-805 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।