आज तोड़ दिया मैंने अपने आप से रिश्ता फिर कभी नहीं मिलना खुदको बहुत बहस कर ली अपने आप से अब और नहीं मनाना खुदको नफ़रत हो गयी है जिंदगी से अब और झुठा प्यार नहीं करना खुदको न जाने किस किसका दिल दुखाया है मैंने अब और नहीं तड़पाना खुदको बहुत चोंटे दी है मैंने सबको अब मरहम नहीं लगाना खुदको बहुत बातें कर ली खुदसे अब खामोश रखना है खुदको।। आज तोड़ दिया मैंने अपने आप से रिश्ता फिर कभी नहीं मिलना खुदको बहुत बहस कर ली अपने आप से अब और नहीं मनाना खुदको नफ़रत हो गयी है जिंदगी से अब और झुठा प्यार नहीं करना खुदको न जाने किस किसका दिल दुखाया है मैंने अब और नहीं तड़पाना खुदको