मैंने... तस्वीरें देखीं.. एक नहीं कई सारी देखीं.... कुछ हंसती कुछ रोती देखीं.., कुछ जज़्बातों से रिसती देखीं.., कुछ देखीं अनकही किताबों सी.. कुछ लहरों सी मचलती देखीं.., कुछ देखी हैं बंद गलियारों सी.. कुछ आँगन, चौबारों सी देखीं.., कुछ देखी हैं दादी मां जैसी.. कुछ दादा की शाबाशी देखीं.., कुछ बचपन को समेटे देखीं.. कुछ ख़ुद से ही डरती देखीं.., कुछ देखी सबको संग लिये.. कुछ अपनों में अकेली देखीं.., कुछ अम्मा की सीख है देखीं.. कुछ बाबा का गुरूर लिये.., कुछ रमता जोगी सी देखीं.. कुछ रिश्तों का संसार लिये.., कुछ देखी सरल सवालों सी.. कुछ उलझे भँवरजाल लिये.., हाँ.., मैंने तस्वीरें देखीं.. एक नहीं कई सारी देखीं... ...। ©Sonam Verma तस्वीरें दुनिया की... #Photography