सदाबहार- प्यार (कविता अनुशीर्षक में )— % & सदाबहार - प्यार घर में शिशु का आगमन, पुलकित घर के सारे जन, सादाबहार खिले आंगन-आंगन, प्यार की कलियाँ खिल रहीं नित दिन। उम्र प्यार की अभी है नवजात शिशु की, निर्मल, कोमल व साफ दिल की।