इस पिघलती मोम के साथ देशभक्ति भी पिघल जाएगी... ये फिर जागेगी साहब... जब एक और शहीदी तिरंगे मे लिपटी घर आएगी... फिर कैंडल मार्च होगी नारे लगाये जायेंगे.... फिर कुछ लोग कड़ी निंदा करने सामने आएंगे.. फिर एक माँ अपने बेटे को तरस जाएगी... फिर एक बीवी अपना सिंदूर मिटाएगी... फिर media और human rights वाले... देशद्रोह पे अड़ जाएंगे फिर भटके हुए नउजावन सेना से लड़ जाएंगे... page 1/2