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बड़े ही खौफ से निकली डरी सहमी... भरी दोपहरी मे भी.

बड़े ही खौफ से निकली
डरी सहमी...
भरी दोपहरी मे भी...
कदमो को
यू फूंक फूंक कर क्यो रखती है
लड़की है जनाब
और कर भी क्या सकती है....

लिबास और लिहाज
दोनो ही पूरी तरह से पूरे है
बताया एक हादसा
बीच सड़क पर बतदमीजी का
फिर इसमे वो ही क्यू डरती है
अरे! लड़की है
और कर भी क्या सकती है #harsh #reality #of #indian #society....
बड़े ही खौफ से निकली
डरी सहमी...
भरी दोपहरी मे भी...
कदमो को
यू फूंक फूंक कर क्यो रखती है
लड़की है जनाब
और कर भी क्या सकती है....

लिबास और लिहाज
दोनो ही पूरी तरह से पूरे है
बताया एक हादसा
बीच सड़क पर बतदमीजी का
फिर इसमे वो ही क्यू डरती है
अरे! लड़की है
और कर भी क्या सकती है #harsh #reality #of #indian #society....