एक तरफा इश्क बेदर्द है, पर ये नाम अच्छा है रकीब के साथ देखने से बेवफा इल्जाम अच्छा है हम अच्छे क्या हुए हर कोई दगा दे जाता हैं तुम शरीफ रहो इस बस्ती में ,ये दिल तो बेईमान अच्छा है और एक दफा मोहब्बत की महफिल में किसी आशिक ने कहा था हमसे मुर्शत तलाशा तुझे भी जा रहा,तेरे दिल पर भी इनाम अच्छा है।। ©jay prakash pandey मेरी तलाश हो रही हैं।। #WritingForYou