काश ये सब झूठ होता, हाथ की लकीर में किस्मत देखता हूं जब तेरी याद आती है मोबाइल में मैसेज देखता हूं ना मैं बदला ना मेरी उम्मीद है बदली आज भी चुपके से गली से तेरा कर देखता हूं ©Hari Narayan #Alas