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मेरे दोस्त चलो कहीं, घूम कर आते हैं। शहर की भीड़भा

मेरे दोस्त चलो कहीं,
घूम कर आते हैं।
शहर की भीड़भाड़ से दूर,
सूकून ढूंढकर आते हैं।
मेरे दोस्त संग चलो,
तो नदियों के शोर सुनकर आते हैं।
एक गाँव है पहाड़ पर,
कुछ दिन उस गाँव ठहर के आते हैं।
मेरे दोस्त चलो कहीं,
घूम कर आते हैं।
समय नहीं है,वक्त मिलता नहीं,
इन बहानों से दूर चलो,
महादेव से मिल कर आते हैं।
मेरे दोस्त चलो कहीं,
घूम कर आते हैं।

©Ashish Mishra
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