मेरा बचपन और मैं.....
आज कुछ पन्नों को, समेटकर रख रही थी मैं,
उसमें मुझे एक पन्ना तेरी यादों का मिला,
उन्हें देखकर, हर पल, हर लम्हा फिर से ताजा हुआ,
संभाल कर रखे हुए लम्हों को, उन पुरानी यादों को,
कुछ इस कदर जिया मैंने, जैसे मानो तुम मेरे पास ही हो....
#Shayari