///// चलो हम साथ चलें ///// चलो चलें हम साथ - साथ चलें, निर्भय और सहनशील बनें। जातिवाद को मिटाकर , चलो हम साथ - साथ चलें। एकता और प्रेम की भाषा, चलो हम गढ़ते चलें। ना मंजिल की फिक्र, ना रास्ते का डर। चलो राष्ट्र प्रेम में हम, साथ-साथ चलते चलें। लाख हो गहराई राहों में, चलो हम उसे भरते चलें। देश हम सबका भविष्य, और हम देश के भविष्य हैं। डगर जीतना भी हो कठिन, मुमकिन उसे हम करते चलें। छुआछूत की भावना, जड़ से हम मिटाएंगे। मिलते चले हम सबसे गले, चलो चले हम साथ - साथ चले।। **************************** प्रमोद मालाकार कि पेशकश 14.12.23 ©pramod malakar #चलो हम साथ - साथ चलें