लोरी ( जैसे रोज आवेलू तू तेर सुनके -2 आजो रे निन्दिया निडर बन से -2 ) माँ तू कितनी भोली ऊपर से तेरी वो लोरी फिर वो नींद कैसी ? जो मुझकों सुला न दे और वो है कौन ? जिसको तू हरा न दे । माँ तू कितनी भोली ऊपर से तेरी काजल की गोली फिर वो नजर कैसी ? जो मुझकों परेशान कर जाएं अगर मुझे खरोंच भी आए तू जमीं-आशमा एक कर जाएं । ( जैसे रोज आवेलू तू तेर सुनके -2 आजो रे निन्दिया निडर बन से -2 ) #लोरी#emotions#maa#mrbadri#बद्रीनाथ pooja negi# संजय श्रीवास्तव