लिखता हूं मै एक कविता, इंसानियत के नाम पर... (Caption मे पढें 👇) नही लिखी ये अल्लाह को, ना तो है ये राम पर, लिखता हूं मै एक कविता, इंसानियत के नाम पर, दंगो से तो ना कुछ सुलझेगा, ना फैसला होगा कत्ल-ए-आम पर, लिखता हूं मै एक कविता,