Unsplash जब मैं तन्हा होता हूं, तो लिख लेता हूं, लिखता हूं ग़ज़लें उस पर, लिखता हूं कुछ कविताए जिंदगी पर, लिखने से तन्हाई दूर तो नहीं होती, सहारा हो जाता है शब्दों का, जो मेरी तन्हाई को एक रूप देते है अल्फाजों का... ©Ajay Chaurasiya #likhna