बिगड़े लड़के को देख, दिल से आह निकल गई, लाड प्यार मे उसने जिंदगी हलाक कर ली, लोगों ने संस्कारों पर उंगली कर दी और कहने लगे, यथा राजा तथा प्रजा, अबस किसी से तकरार ना कर, देकर वास्ते प्यार के हालात से लड़, कू-ब-कू होगा सुधार तेरा, मिट्टी के पावन देह को कचरे का ढेर ना कर। ♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_137 👉 यथा राजा तथा प्रजा लोकोक्ति का अर्थ --- जैसा स्वामी वैसा ही सेवक। ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ दो लेखकों की रचनाएँ फ़ीचर होंगी।