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Nature Quotes हमें प्यार है सादगी से तुम्हारे,

Nature Quotes 

हमें प्यार है सादगी से तुम्हारे,
            मगर   तुम   नएपन  में  ढलने  लगे  हो।
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वह धोती का बंधन माथे का चंदन,
             क्यों मेरी साड़ी पर एतराज करने लगे हो।
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खाते थे घर का भाजी तरकारी
             तुम आजकल रोज होटल जाने लगे हो।
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देवता सदा से जिनके है मैया बापू
             तो क्यों मंदिरों  में घंटी बजाने  लगे हो।
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पार्वती की उपाधि दिए अर्धांगिनी को
             अब सुबह शाम लांछन लगाने लगे हो।
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यह घर जिसके अंदर बसा सदा से
            तो  क्यों  अब घर  से दूर जाने लगे हो।
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            मौलिक रचना
      ✍️गुड़िया तिवारी गोपालगंज

©गुड़िया तिवारी
  #NatureQuotes #हिंदी_कविता