अभी तो सिर्फ दुनिया से जूझा हूं, मैं तो खुद का जहान ढूंढता हूं। अभी तो सिर्फ बाज बनके उड़ना सीख है, मैं तो क्षितिज के पार नया मुकाम ढूंढता हूं। अभी तो सिर्फ कुछ इबादतें लिखी है, मैं तो इतिहास में दर्ज होने का क्षण ढूंढता हूं। -------------आनन्द ©आनन्द #आनन्द_गाजियाबादी #Anand_Ghaziabadi #ढूढता