Nojoto: Largest Storytelling Platform
bndwivedi4917
  • 15Stories
  • 20Followers
  • 170Love
    1.3KViews

B N Dwivedi

jindagi hai hai zindadili se jine ka naam.. so be a zindadil insaan.

  • Popular
  • Latest
  • Video
1343b721233904d07a33f3ffe5a9a329

B N Dwivedi

आप जिन्दगी मे खुश रहना चाहते हैं तो तारीफ सुनिए।अगर बेहतर होना चाहते हैं तो निंदा सुनिए।

©B N Dwivedi
  #Nightlight #निंदा #
1343b721233904d07a33f3ffe5a9a329

B N Dwivedi

रात की परछाइयों से डर लगता है  साहब। दिन के उजाले ही अच्छे हैं।

©B N Dwivedi
  #Rishta रात से

#Rishta रात से #Thoughts

1343b721233904d07a33f3ffe5a9a329

B N Dwivedi

thaught  of the day..

©B N Dwivedi
  #motivate #thought
1343b721233904d07a33f3ffe5a9a329

B N Dwivedi

#HoliMusic #Holi #Nojoto #Song  #holisong #Bholenath
1343b721233904d07a33f3ffe5a9a329

B N Dwivedi

वृद्धों की महिमा
एक कन्या की शादी तय हुई।कन्या के पिता ने वर पक्ष से शर्त रखी।बारात में कोई बुढा व्यक्ति नहीं आयेगा। वर पक्ष ने अनुरोध स्वीकार किया। बारात की तयारी होने लगी। सभी बूढ़े मन गए पर लड़के के नाना नहीं माने। बरातियों ने नाना को डिकी में ले जाने का प्लान किया। बारात कन्या के गांव के पास पहुंची। तभीकन्या के पिता ने दूसरा संदेश भिजवाया। शर्त रखी गई कि बगल में नदी बह रही है। बाराती अगर इस नदी में पानी जगह शुद्ध दूध की नदी बहा दें तो हम अपनी कन्या का विवाह करेंगे। इस बात को सुनकर बारातियों आपस में कानाफूसी करने लगे और सोचने लगे अब तो वापस ही जाना पड़ेगा।इस बात की खबर नाना जो डिकी में थे  उनको लगी और उन्होने कहा इतनी छोटी बात पे बारात वापस जाती है। बरती बोले नाना जी ये छोटी बात नही है , नदी में दूध कैसे बहाया जायेगा। नाना जी बोले, जाकर कन्या के पिता को संदेश दिया जाए। पहले नदी के पानी को kana पक्ष सुखा दें। हम बाराती पर्याप्त दूध की व्यवस्था कर लिए हैं, नदी का पानी रुकते हीं दुध की नदी बहा देंगे। इस बात को जैसे ही कन्या के पिता ने सुना, तुरत उन्होंने कहा। बारात में जरूर कोई बूढ़ा आया है। सारांश यह है कि हमे अपने वृद्धों के अनुभव से सीख लेनी चाहिए और उन्हें सम्मान देना चहिए।

©B N Dwivedi
1343b721233904d07a33f3ffe5a9a329

B N Dwivedi

हमारे भोलेनाथ की होली विचित्र होली है
राधा और कृष्ण की होली साल में एक बार होती है पर काशी मणिकर्णिका घाट पर भूतनाथ प्रतिदिन होली खेलते है। अपने साथियों प्रेत पिशाच के साथ भस्म होली का आनंद लेते है। धन धन नाथ अघोरी ।

©B N Dwivedi
  #Colors

Follow us on social media:

For Best Experience, Download Nojoto

Home
Explore
Events
Notification
Profile