Nojoto: Largest Storytelling Platform
prakashkumar6638
  • 23Stories
  • 66Followers
  • 132Love
    0Views

Prakash Kumar

  • Popular
  • Latest
  • Video
150f43adc1c147264f10bfa68b4d0e38

Prakash Kumar

वो आज शहर को फ़िर से है दिख गया यारों
लगता दिल-ही-दिल में वो है खीज गया यारों

बड़े अरसे से जिसे वरक़ में छुपाए रखा था
वो ग़ज़ल कहीं बाज़ारों में है बिक गया यारों

कभी बयां ना करेगा वो हाल-ए-दिल किसी से
वो अपने कलाम पर अबतक है टिक गया यारों

कभी इख़्तियार ना था जिसे अपने अज़ाब पर
वो आज हर दर्द छुपाना है सिख गया यारों

जब भी पढूँ उसे वो बस अपना सा लगता है
जैसे अपनी ही दास्तां कोई है लिख गया यारों
 #NojotoQuote

3 Love

150f43adc1c147264f10bfa68b4d0e38

Prakash Kumar

हुए जो अलहदा हम उनसे आख़िरी बार
चैन-ओ-सुकूँ भी तबसे कहीं खोई ही रही #NojotoQuote

4 Love

150f43adc1c147264f10bfa68b4d0e38

Prakash Kumar

दिल ने जिसे दिल से लगाया बहुत है
अपने क़रीब हमने उनको पाया बहुत है

मेरी बातों और यादों में बस वो ही वो हैं
मेरे जज़्बातों में भी वो समाया बहुत है

वो हमारे होकर भी जो अलहदा है हमसे 
इस हिज़्र ने हमें तड़पाया बहुत है 

यूँ दूर होकर भी वो सबसे क़रीब है दिल के
हमने रूह तक उन्हें बसाया बहुत है

ताज़िन्दगी हम उनके ही रहेंगे है ये वादा हमारा
चाहे क़िस्मत ने हमें आज़माया बहुत है

 #NojotoQuote #love_poetry
#long_distance_love
#miss_you
150f43adc1c147264f10bfa68b4d0e38

Prakash Kumar

जो छूट गया पीछे वो हमसफ़र कहाँ मिलता है
बंजारों को आख़िर घर कहाँ मिलता है

काटें-ही-कांटे मिलते अब हर राहों में
आसानी से जो कट सके अब वो सफ़र कहाँ मिलता है

मख़मल के सेज में भी अब वो नींद आती नहीं
माँ के गोद जैसा अब वो बिस्तर कहाँ मिलता है

हर कोई जहाँ बस अपना सा लगता था
बचपन का खोया अब वो शहर कहाँ मिलता है

पिंजड़े में है क़ैद यहाँ सपने कई
जहाँ पँख फैलाए उड़ सके वो अंबर कहाँ मिलता है

बड़ी शर्ते हैं मोहब्बत की भी इस ज़माने में
बे-शर्त जो अपना सके वो हमसफ़र कहाँ मिलता है

मैं ख़ुद भी हैरां हूँ अपने सब्र की इंतहा देखकर 
उनके जाने का इन आँखों में अब मंजर कहाँ मिलता है

किसी से उम्मीद वैसे भी ना थी इस ज़माने में
बस देखना था कि दिल में पत्थर कहाँ मिलता है 
 #NojotoQuote Satyaprem Neha Mittal Prashant Singh Mohit Gummanwala (MGW) Ak Singh

Satyaprem Neha Mittal Prashant Singh Mohit Gummanwala (MGW) Ak Singh

8 Love

150f43adc1c147264f10bfa68b4d0e38

Prakash Kumar

अब तुझसे कोई गीला या हम ख़फा हो जाये
इस दिल मे चाहे जितनी ही जफ़ा हो जाये 
हम चाहेंगे तुम्हें तब भी यूँ ही टूटकर
ये ज़िंदगी ही क्यों ना हमसे बेवफ़ा हो जाये ।

7 Love

150f43adc1c147264f10bfa68b4d0e38

Prakash Kumar

जब से इस दिल मे है तुमको बसाया हमने ,
हर खुशियों को है जैसे गले से लगाया हमने।

तेरे आने से पेहले अधूरी सी थी ये ज़िंदगी मेरी ,
तेरे आते ही खुद को जैसे हैे मुक़म्मल पाया हमने ।

अब बस तेरे ही ख़यालों में कटती है ये दिन और रातें मेरी ,
तुम्हें सपनों में भी जैसे है बस अपना बनाया हमने ।

[अब ये ज़िंदगी चाहूँ तो बस तुझ संग ही चाहूँ ]2 ,
वरना तेरे बगैर तो ये ज़िंदगी भी जैसे है हँसकर ठुकराया हमने ।
                       @nojoto

@nojoto

6 Love

150f43adc1c147264f10bfa68b4d0e38

Prakash Kumar

ना जाने क्या अपनापन है मेरी शायरी में जिसने भी सुनी उसे दास्तां अपनी लगी ।

ना जाने क्या अपनापन है मेरी शायरी में जिसने भी सुनी उसे दास्तां अपनी लगी ।

undefined Views

150f43adc1c147264f10bfa68b4d0e38

Prakash Kumar

My first video on YouTube on rape victim...
Next video will coming soon 
So please do subscribe 👇👇👇
https://youtu.be/-PnH9q5IpQ0

My first video on YouTube on rape victim... Next video will coming soon So please do subscribe 👇👇👇 https://youtu.be/-PnH9q5IpQ0

27 Views

150f43adc1c147264f10bfa68b4d0e38

Prakash Kumar

कि साथ कितने भी गेहरे हो
इक ना इक दिन ज़रूर छूटेगा ,
तुम रेह जाओगे फिर से तन्हा
और तुम्हारी मोहब्बत के तमाशे कोई और लूटेगा ।

6 Love

150f43adc1c147264f10bfa68b4d0e38

Prakash Kumar

जब हम तन्हा थे तो तुमने गले से लगाया नही ,
जब आँसू गिरे इन पलकों से , तो तुमने हमे चुप कराकर हँसना सिखाया नही ,
जब तक़लीफ़ में थे हम तो तुमने अपनापन दिखलाया नही ,
जब आज सबसे ज़्यादा ज़रूरत मुझे तुम्हारी थी और तुमने अपना हाथ तक आगे बढ़ाया नही ,
और खुद को तुम मेरे सबसे अच्छे दोस्त केहते हो तो
माफ करना ऐ दोस्त , क्योंकि तुमने दोस्ती भी अच्छे से निभाया नही ।

3 Love

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile