Nojoto: Largest Storytelling Platform
naveenchouhan2735
  • 11Stories
  • 134Followers
  • 74Love
    71Views

Naveen Chouhan

poet

  • Popular
  • Latest
  • Video
16124a215f35aed332b18fcee4df53a5

Naveen Chouhan

बेबाक सलिखे से करते है क़त्ल बेजुबान जानवरों का,
असभ्यता तो देखिए आज के इस मानव की।।
~ नवीन चौहान
16124a215f35aed332b18fcee4df53a5

Naveen Chouhan

जब से हल्की हल्की बातों का सिलसिला शुरू होने लगा है,
तब से ये दिल मेरा नही तेरा होने लगा है,
लाख समझाया इस नादां शायर दिल को,
मगर फिर भी ये मुझ में नही तुझ में खोने लगा है,
~नवीन चौहान
16124a215f35aed332b18fcee4df53a5

Naveen Chouhan

एक बड़े पेड़ से जुड़ कर बड़ा होने चला था मैं,
उसी हरे -भरे पेड़ को आज काटने चला था मैं।।
जिस पेड़ की छाह में जीवन गुजार दिया मैंने,
उस पेड़ कटने के बाद कितना अकेला था मैं।।
जिसके नीचे बनाये थे बचपन मे आशियाने,
उन्ही आशियानों को जलाने चला था मैं।।
जहाँ सुनी थी दादी अम्मा की ढेरों कहानियां,
उन्हीं कहानियों को दफ़न करने चला था मैं।।
जो लाते थे कभी पैगाम महोब्बत के,
उन कबूतरों को आज उड़ाने चला था मैं।।
~ नवीन चौहान
16124a215f35aed332b18fcee4df53a5

Naveen Chouhan

तुम्हें देखना, और तुम्हे सोचते-सोचते सो जाना,
कितना दुस्वार है तेरा ना होकर भी तेरा हो जाना,
चढ़ते रहते है कई रंग मेरे चेहरे पर चौहान,
बड़ा आसां है भीड़ में रहकर तन्हा हो जाना...

नवीन चौहान

16124a215f35aed332b18fcee4df53a5

Naveen Chouhan

मेरे अहसास तेरे करीब तक जाने लगे है,
तेरे ख्वाब मुझे रात भर जगाने लगे है,
ये सब तो मेरी आदतों में शामिल नही था,
तेरे किस्से भी मुझे यूं छू कर जाने लगे है।।

नवीन चौहान
16124a215f35aed332b18fcee4df53a5

Naveen Chouhan

Best line 
एक होने की #धुन में उलझते गए,
ये भी सोचा ना हम दो #अलग लोग है।☺️💐

Best line एक होने की #धुन में उलझते गए, ये भी सोचा ना हम दो #अलग लोग है।☺️💐 #poem

16124a215f35aed332b18fcee4df53a5

Naveen Chouhan

तू प्यार करे और दगा ना करे,
ऐसी अदा खुदा किसी को अता ना करे,
और कहते है महोब्बत किस बला को,
तू जिससे महोब्बत करे, और सजा ना मिले,

नवीन चौहान

16124a215f35aed332b18fcee4df53a5

Naveen Chouhan

मेरी अक्सर कविताएं अधूरी छूट जाती है,
मेरी रातों की नींदों को वो अक्सर लूट जाती है,
मेरे मालिक, मेरे अल्लाह, ये कैसी पीर बख्सी है,
जो ख्वाबों में भी मिलते है तो नींदे टूट जाती है।।
नवीन चौहान

16124a215f35aed332b18fcee4df53a5

Naveen Chouhan

मेरी सुबह के कर्रेंट अफेयर सी तू,
मैं तुझे बारी बारी से पढ़ता।।
मेरी दोपहर की जियोग्राफी सी तू,
मैं तुझे हर रोज़ मैप में देखता।।
मेरी शाम की केमिस्ट्री सी तू,
मैं तुझ से हर रोज रिऐक्शन करता।।
मेरी रात का गणित सी तू,
मैं तुझे पाने के लिए हर रोज कोशिश करता।।।
--नवीन चौहान

16124a215f35aed332b18fcee4df53a5

Naveen Chouhan

दिल की गहराई का अंदाजा भी तो नही लगाया जा सकता,
तुम को छोड़ कर भी तो नही जाया जा सकता,
राह- ऐ - इत्तफ़ाकन गर मिल भी जाये तो क्या,
जाते हुए मुसाफिर को बुलाया भी तो नही जा सकता,
जागती हुई आखों से भी देखे है कई ख़्वाब,
यू हर बार कसूर नींद का बताया भी तो नही जा सकता,
ये जिंदगी भी चली है किस ओर 'चौहान'
यू हर किसी से रिश्ता निभाया भी तो नही जा सकता।

-- नवीन चौहान

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile