साथ चलने की बात चली है
तुम साथ हमारे चल पाओगी क्या
वादा ऐ फरहमोश इस दुनिया में
तुम वादों को हमारे निभा पाओगी क्या
झुककर ही हमेशा रिश्तों को निभाया है मैंने
तुम इन मायनो को थोडा बदल पाओगी क्या #Poetry
साथ चलने की बात चली है
तुम साथ हमारे चल पाओगी क्या
वादा ऐ फरहमोश इस दुनिया में
तुम वादों को हमारे निभा पाओगी क्या
झुककर ही हमेशा रिश्तों को निभाया है मैंने
तुम इन मायनो को थोडा बदल पाओगी क्या #Poetry