मैं वनमाली सा हूं यारा
लताएं तोड़ नहीं सकता
बदनामी से डरकर के
तेरा दामन छोड़ नही सकता
ये आंखे हे जो मुझपर
रोज जुल्म करती है
जो तू नजर आए
मैं मुंह मोड़ नही सकता ।#Trending Poetry #लव#Feeling#Hindi#शायरी
क्या भगत सिंह अब फांसी के झूले से डर जाएगा
क्या अपनी मां का सौदा कर राणा महलों में सो जाएगा
क्या मौत से डरकर आजाद बेड़ियों मे झकड़ा जाएगा
क्या एक नौकरी के खातिर पाण्डे धर्म भ्रष्ट कर जाएगा
#Januarycreators#कविता
ajit
आओ जब भी मिलने मुझको
यू ही ना तुम बस लौट जाना
हाथ थाम लेना मेरा
तुम मेरी नब्ज बन जाना #शायरी