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pourushi5126
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Pourushi

vakil hu shabdo se khelna achi tarh se janti hu........

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Pourushi

#poetryunplugged  khaani मेरी तुम्हारी

#poetryunplugged khaani मेरी तुम्हारी #Poetry

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Pourushi

#loveNote
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Pourushi

#sadShayari
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Pourushi

ये अंधेरा भी एक सच है, और ये रोशनी भी फ़ैसला तुम्हें करना है, ठहरना कहा है।

©pourushi #rayofhope
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Pourushi

#waiting
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Pourushi

मुझे शुरू से इश्क़ हुआ..
टुकड़ा भर बादल से..
टुकड़ा भर चाँद से..
टुकड़ा भर रात से..
टुकड़ा भर इश्क़ के स्वाद से..
और हुआ जो हासिल इसका.. 
खूबसूरत सा मुकाम..
वो भी टुकड़ा भर ही रहा..
टुकड़ा भर साथ..
टुकड़ा भर इश्क़ की बरसात
और..........
टुकड़ा भर एहसासों का स्वाद... 
मुझे तेरा एक पल भी काफी है।

©pourushi #LostTracks
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Pourushi

*एक तरफ धागे हैं,*
जो *उलझ* कर और 
भी
*करीब* आ जाते हैं,
*एक तरफ रिश्ते हैं,*
जो 
जरा सा *उलझते ही टूट जाते हैं*
Poru.. #alonesoul
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Pourushi

आग बना है मौसम जंगल मत होना,
दीवाना हो जाना पागल मत होना।

आँखों मे सैलाब हुआ जाता दरिया,
मुमकिन हो तो आँख का काजल मत होना।

सोने की बढ़ती क़ीमत से डर कर तुम,
लोहा तो हो जाना पीतल मत होना।

ख़ुश्क ज़मी की आँखों को बस पढ़ लेना,
कई समन्दर कहेंगे बादल मत होना।

घुँघरू की आवाज़ सियासत सुनती है,
लेकिन उनके  पाँव की पायल मत होना।

साज़िश ख़ून ख़राबे की इस बार भी है,
एहतियात रख लेना मक़तल मत होना।

पढ़ते रहना दरियाओं की फ़ितरत को,
कुछ भी हो पर बाग़ी चंबल मत होना 
Poru #Stoprape
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Pourushi

बाद में मुझमें क्या क्या उतरा,
पहले सफऱ का रस्ता उतरा।

ग़लती शायद मेरी ही थी,
तभी तो मेरा चेहरा उतरा।

इतनी ही औक़ात थी उसकी,
बारिश गई तो दरिया उतरा।

क़ब्र हूँ मैं महसूस हुआ तब,
जब मुझमें इक मुर्दा उतरा।

उसके हर अल्फ़ाज़ का ख़ंजर,
दिल मे कितना गहरा उतरा।

सुब्ह उड़ा था मुझसे लड़कर,
शाम को वही परिंदा उतरा।

शहर में फिर से बादल लौटे,
जब सूरज का गुस्सा उतरा।
pouru #alone
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Pourushi

#Mylanguage
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